Friday, 26 December 2014





पंख मेरे सपनो की
लगने दो पंख अरमानो के-2
लगेंगे पंख तो उड़ना भी सीख जायंगे,
सुख दुःख आनी जानी है,
मेरे सपनो  के पंख एक दिन ऊची उड़ान को जायंगे,
हो सके तो थकंगे ,सूखेगा गला,खुद को कमजोर भी पायंगे,
पर भरोसा है उड़ान पर,गिरंगे फिर उठ जायंगे,
मेरा गिरना भी मेरी खुशनशिबी होगी,
गिरेंगे तो अनुभवी बन जायंगे,
आज तो डर भी नही हारने का,
भरोसा है हौसले पे अपने ,  

अपनी उड़ान में सफल हो जायंगे.
:)  :)

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